पीएम मोदी बोले- आज का दिन सुनहरे अक्षरों में अंकित रहेगा
ISRO के वैज्ञानिकों की मेहनत आज नजर आनेवाली है जिसके लिए वह सालों से कोशिश कर रहे हैं। लेकिन चंद्रयान 2 नाकाम जरूर हुआ लेकिन उसे नाकामी के साथ दो दृष्टिकोण यहां पर सामने आ गए थे। उन दो दृष्टिकोण को समझने के सिवाय यहां पर आप नहीं समझ पाएंगे कि आखिर वह कौन से दृष्टिकोण है। जब चंद्रयान 2 लॉन्च किया गया था तो सफलता पूर्वक आधारित दृष्टिकोण सामने आया था।
यानी कि हर सफलता को पार करते हुए चंद्रयान 3 जो है वह चाँद पर अपने क़दम रखेगा या अपनी मौजूदगी दर्ज करवाएगा। लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान पूरी तरह से तैयार है। दोपहर 02:35 बजे पर चांद की दुनिया में फतह हासिल करने के लिए। हालांकि 40 से 45 से 50 दिन का भी वक्त यहां पर लग सकता है, लेकिन आज वह लॉन्चिंग है जिसे देखने के लिए सिर्फ हिन्दुस्तान नहीं पूरे विश्व की निगाहें टिकी हुई हैं।
अभी किसी वक्त में चांद की तरफ टिकी होती थी, लेकिन आज हिंदुस्तान की तरफ टिकी हुई है। क्योंकि कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार ISRO के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा यान तैयार कर लिया है जोकि फॉलो अप है चंद्रयान दो का। उसी फॉलोअप के चलते चंद्रयान तीन यहां पर आ चुका है। कितनी बड़ी कामयाबी के झंडे गाड़ने के लिए ।
तो हिंदुस्तान ना किसी से कम है, ना था और ना ही रहेगा। और अब एक बड़ी मिसाल कायम यहां पर होगी। चांद के बारे में पूरे ब्रह्मांड के बारे में बारीक से बारीक जानकारी हाथ लगेगी जिसकी उम्मीद हमारे वैज्ञानिक करते आए हैं। बहुत बड़ा कदम चांद की दुनिया में हिन्दुस्तान तो श्रीहरिकोटा में इस वक्त बहुत सारे परिवार ऐसे हैं जो देश के दूसरे राज्यों से यहां पर आए हैं। सिर्फ इसलिए क्योंकि आज वह ऐतिहासिक पल का ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बनना चाहते हैं। क्योंकि चंद्रयान 3 की जो लॉन्चिंग होने वाली उस लॉन्चिंग को देखने के लिए उस लॉन्चिंग का हिस्सा बनना। इसी तरह की खबरें पढ़ने के releasedate360 को पढ़ते रहें धन्यवाद |
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